महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर परोक्ष हमला करते हुए कहा कि धमकाने वाली भाषा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दरअसल भाजपा विधायक प्रसाद लाड ने कहा था कि अगर जरूरी हुआ तो मध्य मुंबई में शिवसेना भवन को ध्वस्त कर दिया जाएगा। ठाकरे ने कहा- किसी को भी हमें थप्पड़ मारने की भाषा नहीं बोलनी चाहिए क्योंकि हम इतना जोर का थप्पड़ पलट कर मारेंगे कि दूसरा व्यक्ति अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो पाएगा।
उन्होंने चॉल पुनर्विकास परियोजना के लाभार्थियों से परियोजना पूरी होने के बाद लालच में नहीं पड़ने को कहा। इस दौरान ही उन्होंने भाजपा पर टिपण्णी की। हालांकि, बाद में उन्होंने टिप्पणी को वापस ले लिया और खेद व्यक्त करते हुए कहा कि मीडिया ने उनकी बात का गलत मतलब निकाला।
यहां मौजूद रहे एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि बीडीडी चॉल की विरासत की रक्षा करनी चाहिए और मराठी बोलने वाले लोगों को दोबारा विकसित किए गए घरों में वापस रहने जाना चाहिए जो कि महाराष्ट्र आवास और क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएचएडीए) की देखरेख में चल रही परियोजना के हिस्से के रूप में दिए जाएंगे। इसके साथ ही शरद पवार ने कोरोना वायरस महामारी और हाल के दिनों में राज्य के कई हिस्सों में भारी मानसूनी बारिश की वजह से आई भीषण बाढ़ की स्थिति से निपटने में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व की सराहना की।
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भाजपा विधायक प्रसाद लाड के शिवसेना भवन को गिराने वाले बयान पर शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि मराठी मानुष नशे के आदी राजनेताओं को नहीं छोड़ेंगे। वहीं, भाजपा नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अगर कोई भाजपा पर हमला करता है तो हमें पता है कि इसका जवाब किस तरह देना है। वहीं, विधायक प्रसाद लाड ने इसे लेकर एक वीडियो जारी करते हुए कहा है कि मैं शिवसेना भवन को एक पवित्र स्थान मानता हूं और मेरा इशारा शिवसेना के प्रमुख या भवन की ओर नहीं था।