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बांग्लादेशी हैं केंद्रीय मंत्री निसिथ प्रमाणिक! कांग्रेस सांसद रिपुन बोरा ने पीएम से की जांच की मांग

मोदी सरकार के मंत्रीमंडल विस्तार में शामिल मंत्रियों को लेकर चर्चा जारी है, इसी बीच राज्यसभा सांसद रिपुन बोरा ने निसिथ प्रमाणिक को बांग्लादेशी बता दिया। केंद्रीय राज्यमंत्री निसिथ को लेकर बोरा ने कहा, निसिथ का जन्म हरिनाथपुर में हुआ जो गैयबंधा जिले में है, वो कंप्यूटर की पढ़ाई के लिए भारत आए थे।

असम कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष बोरा ने कहा- कम्प्यूटर में डिग्री लेने के बाद वह टीएमसी में शामिल हो गए, कुछ दिन बाद भाजपा में शामिल होकर सांसद बन गए।बोरा ने दावा किया कि प्रमाणिक ने चुनावी नामांकन पत्र में अपना पता कूच बिहार बताया है जबकि उनके पैतृक गांव में उनके मंत्री बनने पर खुशी का माहौल है। बंगाल भाजपा सचिव सयंतन बसु ने कहा- आरोप का कोई आधार नहीं है, अगर वह मुद्दे को तूल देना चाहते हैं तो कोर्ट का दरवाजा उनके लिए खुला है।

खबरों को उद्धृत करते हुए सांसद ने दावा किया कि मंत्री का जन्म स्थान हरिनाथपुर है जो बांग्लादेश के गैबांधा जिले के पलासबाड़ी पुलिस थाने के अंतर्गत आता है और खबर है कि वह कंप्यूटर की पढ़ाई करने के लिए पश्चिम बंगाल आए थे। बोरा ने दावा किया कि कंप्यूटर विषय में उपाधि मिलने के बाद पहले वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए और बाद में भाजपा में शामिल हुए तथा कूच बिहार से सांसद चुने गए।

बोरा ने दावा किया कि समाचार चैनलों के अनुसार प्रामाणिक ने ‘‘छेड़छाड़ कर’’ चुनावी नामांकन पत्र में अपना पता कूच बिहार दिखाया। चैनलों ने बांग्लादेश स्थित उनके पैतृक गांव का ‘खुशनुमा माहौल’ भी रेखांकित किया जिसमें ‘‘उनके बड़े भाई’’और कुछ ग्रामीण प्रामाणिक के केंद्रीय गृह राज्यमंत्री बनने पर संतोष जाहिर कर रहे हैं।

पश्चिम बंगाल के सूचना एवं सांस्कृतिक मामलों के राज्य मंत्री, इंद्रनील सेन ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा: ”यह जानकर हैरान और स्तब्ध हूं कि केंद्रीय मंत्री निसिथ प्रमाणिक बांग्लादेश के नागरिक हो सकते हैं ! यदि मौजूदा केंद्रीय मंत्री एक विदेशी नागरिक है, तो यह भारत की सुरक्षा के लिए खतरनाक चिंता का विषय है। नरेन्द्र मोदी सरकार इस तरह की सुरक्षा चूक कैसे होने दे दे सकती है?”

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पश्चिम बंगाल भाजपा के महासचिव सयंतन बसु ने कहा कि आरोप का कोई आधार नहीं है। बसु ने कहा, ”यदि वे इस मुद्दे को और तूल देना चाहते हैं, तो तृणमूल कांग्रेस कोर्ट जाने के लिए आजाद है।”

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