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आतंकवाद के स्रोत पर हमला करने का भारत के पास है अधिकार : सेना प्रमुख

सेना प्रमुख

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नई दिल्ली। देश के नए थलसेना प्रमुख एमएम नरवणे ने मंगलवार को आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाई है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश आतंकवाद का इस्तेमाल भारत के खिलाफ कर रहा है। पदभार संभालने के बाद उन्होंने एक समाचार एजेंसी को साक्षात्कार दिया।

ऐसी स्थिति ज्यादा लंबे समय तक नहीं चलेगी, आप सभी लोगों को हर समय मूर्ख नहीं बना सकते

इस दौरान उन्होंने कहा कि आतंकवाद एक वैश्विक समस्या है। भारत लंबे समय से इस वजह से पीड़ित रहा है। हालांकि अब पूरी दुनिया समेत कई देश अब आतंकवाद से प्रभावित हुए हैं, तो उन्हें इसके खतरे का अंदाजा लगा है। जनरल नरवणे ने आगे कहा कि जहां तक हमारे पड़ोसी देश की बात है, तो वह आतंकवाद को स्टेट पॉलिसी के तौर पर कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे खिलाफ छद्म युद्ध छेड़ रहा है। बाद में वह इससे इनकार करता रहा है। हालांकि ऐसी स्थिति ज्यादा लंबे समय तक नहीं चलेगी, आप सभी लोगों को हर समय मूर्ख नहीं बना सकते।

नए सेना प्रमुख ने कहा कि अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद से ही स्थिति में काफी सुधार हुआ

नए सेना प्रमुख ने कहा कि अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद से ही स्थिति में काफी सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि हिंसा की घटनाओं में काफी कमी आई है, यह जम्मू कश्मीर की जनसंख्या के लिए अच्छा है। इससे क्षेत्र में शांति और खुशहाली आएगी।

सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा कि उनका प्रमुख लक्ष्य सेना को आपरेशन के लिए तैयार रखने के उच्च मानकों को बनाए रखना है। उन्होंने कहा कि आपरेशन के लिए तैयार रहना कोई एक बार की चीज नहीं है। इसके लिए हमें नियमित तौर पर काम करते रहना होगा। उच्च मानकों को बनाए रखने, बेहतर उपकरणों, बेहतर तकनीक और रणनीति के लिए हमें प्रत्येक दिन, महीने दर महीने काम करना होगा। इसलिए यह मेरा प्रमुख लक्ष्य होगा।

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भारत के पास आतंक के स्रोत पर हमला करने का अधिकार

पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए नरवणे ने कहा कि अगर पड़ोसी देश राज्य प्रायोजित आतंकवाद को नहीं रोकता है तो इस स्थिति में भारत के पास आतंक के स्रोत पर हमला करने का अधिकार है ।

चीन के साथ लगी 3500 किलोमीटर की सीमा पर सुरक्षा चुनौतियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमने प्राथमिकताओं को फिर से संतुलित करने के तहत पश्चिमी सीमा से उत्तरी सीमा पर ध्यान केंद्रित किया है। हम उत्तरी सीमा के पास क्षमता निर्माण में सुधार करना जारी रखेंगे ताकि जरूरत पड़ने पर हम तैयार रहें ।

पूरे सैन्य तंत्र  के महत्वपूर्ण सुधार में, सीडीएस निस्संदेह उन बदलावों की राह तैयार करेंगे

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि हम पूरे सैन्य तंत्र में जो महत्वपूर्ण सुधार लाना चाहते हैं। सीडीएस निस्संदेह उन बदलावों की राह तैयार करेंगे। सेना प्रमुख ने कहा कि उनका मुख्य ध्यान किसी भी क्षण किसी भी खतरे से निपटने के लिए सेना को तैयार रखना होगा। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर सुधार से दक्षता और संचालन तैयारी में सुधार हमारी प्रमुख उद्देश्य होगा।

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