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अन्ना हजारे के निशाने पर उद्धव सरकार, कहा- बार खुल सकते हैं तो मंदिर क्यों नहीं?

कोरोना संकट के बीच सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मंदिर खोलने की अपील की है। उन्होंने राज्य सरकार से पूछा कि राज्य में अगर बार खुल सकता है तो फिर मंदिर क्यों नहीं, उन्होंने इस मुद्दे पर लोगों से आंदोलन करने की अपील की है। अन्ना हजारे ने धमकी के अंदाज में कहा- अगर राज्य में आम लोगों के लिए मंदिर नहीं खोले जाते तो लोग सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे।

दरअसल महाराष्ट्र सरकार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने पत्र लिखकर दही हांडी और गणपति जैसे उत्सव पर प्रतिबंध लगाने को कहा था। राज्य सरकार ने उस आदेश का पालन करते हुए राज्य के भीतर सभी प्रकार के सामाजिक एवं धार्मिक कार्यों पर रोक लगा दी थी।

हजारे की यह मांग ऐसे वक्त पर आई, जब एक दिन पहले ही केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने तीसरी लहर के मद्देनजर महाराष्ट्र सरकार को पत्र लिखकर दही हांडी और गणपति जैसे उत्सवों के आयोजन पर प्रतिबंध लगाने की सलाह दी है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में कोरोना के चलते राज्य सरकार ने धार्मिक स्थलों को नागरिकों के लिए खोलने की अनुमति नहीं दी है।

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केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव को लिखे पत्र में कहा कि प्रतिदिन सामने आने वाले मामलों की संख्या पिछले एक महीने में कम हुई है। लेकिन महाराष्ट्र के कुछ जिले ऐसे हैं, जिनमें संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है। भूषण ने कहा, ‘इस आदेश के जरिए सुझाव दिया जाता है कि महाराष्ट्र में आगामी त्योहारों के दौरान सार्वजनिक कार्यक्रमों तथा लोगों के इकट्ठा होने के मद्देनजर (जिनमें दही हांडी और गणपति महोत्सव शामिल है) राज्य सरकार स्थानीय तौर पर पाबंदी लगाए।

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