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स्वच्छता अभियान को प्रदेश में जनआंदोलन का स्वरूप देने के लिए व्यापक कार्ययोजना: एके शर्मा

AK Sharma presented the achievements of the state in the field of cleanliness

लखनऊ: केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री भारत सरकार मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में अपशिष्ट निस्तारण एवं स्वच्छता ही सेवा अभियान के संबंध में एक महत्वपूर्ण वर्चुअल समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में उत्तर प्रदेश सरकार के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा (AK Sharma) ने प्रदेश में चल रही स्वच्छता कार्य से जुड़ी गतिविधियों, उपलब्धियों एवं नवाचारों के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि प्रदेश में स्वच्छता अभियान को जनआंदोलन का स्वरूप देने के लिए व्यापक कार्ययोजना लागू की गई है। नगर निकायों के सहयोग से ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, कचरा निस्तारण, सीवेज ट्रीटमेंट और स्वच्छता पखवाड़ा जैसे कार्यक्रमों को लगातार गति प्रदान की जा रही है।

नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा (AK Sharma) ने बताया कि प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के जन्मदिन 17 सितंबर से गांधी जयंती-2 अक्टूबर 2025 तक स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम चलाया जाएगा। इस अभियान के दौरान कई महत्वपूर्ण गतिविधियों का संचालन भी किया जाएगा। शर्मा (AK Sharma) ने बताया कि विगत वर्ष भी 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2024 तक स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम चलाया गया। इसके अंतर्गत स्वच्छता की भागीदारी (श्रमदान,जन भागीदारी) कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान पर रहा। संपूर्ण स्वच्छता घटक के अंतर्गत 155 घंटे महासफाई अभियान चलाया गया तथा सी0टी0यू0 के तहत लगभग एक लाख ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए, जिसकी सफाई हेतु 19 लाख से अधिक नागरिकों द्वारा प्रतिभाग़ किया गया तथा इन स्थानों को स्वच्छ बनाया गया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर पर उत्तर प्रदेश ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इसके साथ ही सफाई मित्र सुरक्षा शिविर, वेस्ट टू आर्ट इंस्टॉलेशन, स्वच्छ फूड स्ट्रीट, स्वच्छ भारत कल्चरल फैस्ट एवं एक पेड़ मां के नाम अभियान चलाए गए और इन सब में उत्तर प्रदेश ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया।

नगर विकास मंत्री (AK Sharma) ने बताया कि आज उत्तर प्रदेश के नगरों में कई दशक पुराने कूड़े के पहाड़ों को पूरी तरह साफ कर वहां पार्क और प्रेरणास्थल बनाने का काम किया गया है। लिगेसी वेस्ट प्रोसेसिंग और मेटल रिकवरी के उपरांत निकले हुए मेटल और वेस्ट मटेरियल से वेस्ट टू वंडर पार्क बनाया गया है। स्वच्छता के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के कई नगरों ने पूरे देश में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया जिनको स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में अवार्ड भी मिला। इसमें लखनऊ ने तीसरा, आगरा ने दसवां, गाजियाबाद ने ग्यारहवां, प्रयागराज ने बारहवां,कानपुर ने तेरहवां, वाराणसी ने सत्रहवां, मेरठ ने तेइसवां व अलीगढ़ ने छब्बीसवां स्थान प्राप्त किया।

नगर विकास मंत्री (AK Sharma) ने बताया कि पिछले वर्ष एक लाख से अधिक गार्बेज वल्नरेबल पॉइंट्स या सीटीयू (कूड़े के परंपरागत या पुराने ढेर) चिन्हित किए गए थे जिनको पूरी तरह साफ कर वहां बाग बगीचे या पार्क बनाकर सुशोभित किया गया है।लखनऊ नगर से प्रतिदिन निकलने वाले दो हजार टन कूड़े की दैनिक प्रोसेसिंग के लिए सात सौ टन क्षमता की तीन यूनिट अब कार्यरत है,जिससे लखनऊ दैनिक स्तर पर जीरो वेस्ट नगर बन गया है।

केंद्रीय मंत्री खट्टर ने बैठक में स्वच्छता पखवाड़ा मनाए जाने की विस्तृत रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वच्छ भारत मिशन की सफलता के लिए प्रत्येक नागरिक की भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने सभी राज्यों और निकायों को निर्देशित किया कि आगामी स्वच्छता पखवाड़ा को अभियान स्वरूप में मनाया जाए तथा अपशिष्ट प्रबंधन एवं जनजागरूकता पर विशेष बल दिया जाए।बैठक में यह भी तय किया गया कि शहरों को कचरा मुक्त और स्वच्छ बनाने के लिए आधुनिक तकनीक और नवाचार का अधिक से अधिक उपयोग किया जाएगा।

इस बैठक में सभी राज्यों के नगर विकास मंत्री ने प्रतिभाग किया।इसके अतिरिक्त, निदेशक नगरीय निकाय अनुज झा एवं अपर निदेशक मती रितु सुहास सहित अन्य अधिकारी गण उपस्थित रहे।

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