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अक्षय कुमार SIT के सामने हुए पेश,अपने ऊपर लगे आरोपों को नाकारा

Akshay Kumar

Akshay Kumar

चंडीगढ़। बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार बुधवार को चंडीगढ़ पहुंचे दरअसल उनसे बेअदबी मामले में पूछताछ हुई। अक्षय कुमार एसआईटी के सामने पेश हुए। राम रहीम और सुखबीर बादल के बीच बैठक करवाने के मामले में अक्षय कुमार से एसआईटी ने करीब 2 घंटे तक पूछताछ की। अक्षय ने SIT को दिए अपने स्टेटमेंट में कहा कि उन्हें नहीं मालूम कि उनका नाम इस विवाद में क्यों बेवजह खींच लिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि ये आरोप किसी फिल्मी कहानी की तरह ही मनगढ़ंत हैं। उन्होंने आगे कहा कि, “मैं 2011 में वर्ल्ड कबड्डी कप में परफॉर्म करने के लिए पंजाब आया था और इस दौरान मेरी सुखबीर बादल से मुलाकात हुई थी। इसके अलावा उनसे दो-तीन बार और सार्वजनिक कार्यक्रमों में ही मुलाकात हुई है लेकिन मैं पंजाब से बाहर उनसे कहीं नहीं मिला हूं।”

साथ ही अक्षय कुमार ने कहा, “मैं उन्हें सिर्फ वैसे ही जानता हूं जैसे कि कुछ और देश के बड़े पॉलीटिशियन्स को जानता हूं और उनसे भी मेरी सार्वजनिक कार्यक्रमों में मुलाकात होती रहती है. जिस वक्त 2015 में मेरे फ्लैट पर मीटिंग होने की बात की जा रही है उस वक्त मैं अपनी फिल्मों ‘गब्बर इज़ बैक’ और ‘बेबी’ के काम में काफी उलझा हुआ था और गुरमीत राम रहीम और उसके परिवार से न तो कभी मैं मिला हूं और न ही उन्हें जानता हूं. वो कुछ दिन तक मेरी जूहू की सोसायटी में रहने के लिए आया हुआ था और इस दौरान उसे लेकर सोसायटी के लोगों में काफी को कौतूहल था। ”

उन्हीने पत्नी ट्विंकल के ट्वीट की सफाई देते हुए भी कहा कि, “मेरी पत्नी ट्विंकल खन्ना ने गुरमीत को लेकर एक ट्वीट भी किया था। लेकिन उसका भी गलत मतलब निकाल लिया गया। वो ट्वीट सिर्फ एक व्यंग्य था जिसमें मेरी बीवी ने लिखा था कि अब इस तरह के लोग हमारी सोसाइटी में रह रहे हैं जिसे लेकर लोगों में काफी अचरज और हैरानी है और पूरा दिन गाड़ियों का काफिला हमारी सोसाइटी में बना रहता है। लेकिन कुछ लोगों ने उस ट्वीट का गलत मतलब निकाल दिया और कहा कि मैं और मेरी बीवी गुरमीत राम रहीम के फॉलोअर्स हैं। ”

अक्षय ने कहा, “मैं और मेरा पूरा परिवार श्री गुरु ग्रंथ साहिब और सिख धर्म का बहुत सम्मान करता है और मैं इस तरह की किसी साजिश में शामिल होने के बारे में सोच भी नहीं सकता। मेरे ऊपर लगाए गए तमाम आरोप मनगढ़ंत हैं।”

बता दें कि अक्षय कुमार पर डेरा सच्चा सौदा के मुखी गुरमीत राम रहीम और शिरोमणी अकाली दल प्रमुख तथा पंजाब के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर बादल के बीच मध्यस्थता कराने का आरोप है। आरोप लगाया गया है कि इसके लिए 100 करोड़ की डील हुई थी। रंजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट में पूर्व विधायक हरबंस जलाल ने अक्षय कुमार पर सिरसा डेरा प्रमुख राम रहीम और सुखबीर बादल के बीच मुम्बई में अपने घर पर बैठक करवाने के आरोप लगाए थे।  बैठक में राम रहीम की फ़िल्म ‘मैसेंजर ऑफ गॉड’ को पंजाब में रिलीज करवाने की डील करवाने के अक्षय कुमार पर लगे आरोप हैं। एसआईटी ने इस मामले में समन जारी कर बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार को 21 नवंबर को अमृतसर पेश होने को कहा था। बता दें कि इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल 16 नवंबर को और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल 19 नवंबर को एसआइटी के सामने पेश होकर बयान दर्ज करवा चुके हैं।

क्या है पूरा मामला-

गौरतलब है कि तीन साल पहले पंजाब में श्री गुरुग्रंथ साहिब और अन्‍य धार्मिक ग्रंथों का अपमान हुआ था, जिसके बाद वहां हिंसा भड़क गई थी। विरोध प्रदर्शन के दौरान बहि‍बल कलां में पुलिस फायरिंग में कई लोगों की मौत हो गई थी। कैप्‍टन अमरिंदर सिंह की सरकार ने इन घटनाओं और फायरिंग मामलों की जांच के लिए जस्टिस रणजीत सिंह आयोग का गठन किया था।  आयोग ने कई बड़े नेताओं की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। उस समय डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह पर हिंसा भड़काने का आरोप लगा था। अक्षय कुमार पर आरोप है कि उन्होंने राम रहीम सिंह को माफी दिलवाने के लिए मीडिएटर का काम किया था।  इस पर चर्चा करने के लिए अक्षय कुमार ने अपने घर पर सुखबीर बादल और कुछ लोगों के साथ बैठक की थी।

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