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बिलकिस बानो केस में गुजरात सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने दिया बड़ा झटका

बिलकिस बानो

बिलकिस बानो

नई दिल्ली। बिलिकस बानो केस में गुजरात सरकार को बुधवार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने 2002 के गुजरात दंगा मामला में गुजरात सरकार से गैंगरेप पीड़िता बिलकिस बानो को 50 लाख रुपये मुआवजा,घर देने और सरकारी नौकरी भी देने का आदेश दिया है।

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बिलकिस बानो गैंगरेप केस में फैसला सुनाते हुए गुजरात सरकार को दो सप्‍ताह का समय दिया

बता दें कि कोर्ट ने बिलकिस बानो गैंगरेप केस में फैसला सुनाते हुए यह आदेश दिए हैं। कोर्ट ने इसके लिए गुजरात सरकार को दो सप्‍ताह का समय दिया है। कोर्ट ने बिलकिस को सरकारी नौकरी और उनकी पसंद की जगह पर सरकारी आवास मुहैया कराए जाने के भी आदेश दिए हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार पर तल्ख लहजे में कहा कि  हम आपके खिलाफ कोई टिप्‍पणी नहीं  की

अदालत ने गुजरात सरकार पर तल्ख लहजे में कहा कि खुद को किस्‍मतवाला समझ‍े कि हम आपके खिलाफ कोई टिप्‍पणी नहीं कर रहे हैं। बता दें कि गुजरात सरकार बिलकिस बानो को मुआवजे के तौर पर पांच लाख रुपए देने का प्रस्ताव दिया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने मुआवजे की रकम को 10 गुना बढ़ाकर 50 लाख कर दिया।

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17 साल बाद सुप्रीम कोर्ट ने बिलिकस बानो  के हक में सुनाया यह फैसला 

बता दें कि गुजरात दंगों के दौरान बचकर भाग रही बिलकिस और उनके परिवार पर तीन मार्च, 2002 को हथियारों से लैस दंगाइयों ने बिलकिस बानो का गैंगरेप किया। इतना ही नहीं उनकी दो साल की बच्‍ची को मार दिया गया। बिलकिस बानो के परिवार के कुल 14 लोगों को उस दिन मौत के घाट उतार दिया गया था। तब बिलकिस बानो की उम्र सिर्फ 19 साल थी। इंसाफ के लिए बिलकिस ने कई कोर्ट के दरवाजे खटखटाए। अंत में 17 साल बाद सुप्रीम कोर्ट ने उनके हक में यह फैसला सुनाया है।

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