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रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते 10 गिरफ्तार

arrested for black marketing of remdesivir injections

arrested for black marketing of remdesivir injections

लखनऊ। कोरोना महामारी की दूसरी लहर का कहर अभी भी जारी है। बीमारी की वजह से चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है। इस बीच मरीजों को लगने वाला इंजेक्शन रेमडेसिवीर की कालाबाजारी भी तेजी से हो रही है। इस बार आरोपी कालाबाजारी के बीच नकली दवाओं की सप्लाई भी करते हुए नजर आ रहे हैं। जिसकी जानकारी ने एसटीएफ ने नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन के साथ युवक को गिरफ्तार (Arrested for black marketing of remdesivir injections ) किया। अमीनाबाद और नाका पुलिस ने आरोपी युवक के नेटवर्क को खंगालते अन्य 5 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया। पुलिस को इन आरोपियों के पास से नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन भारी मात्रा में बरामद हुई।

गौरतलब है कि अभी हाल ही के दिनों में एक व्यापारी के परिवार में एक सदस्य कोरोना पॉजिटिव आया था। उसकी हालत बिगड़ने पर व्यापारी ने एक बिचौलिए के माध्यम से दवा कारोबारी से रेमडेसिवीर इंजेक्शन 25 हजार में खरीदा था, लेकिन उस इंजेक्शन पर किसी कंपनी का नाम नहीं लिखा हुआ था। जब इंजेक्शन की जांच करवाई गई तो इंजेक्शन नकली पाया गया. जिसकी शिकायत पीड़ित ने एसटीएफ के बड़े अफसर को की. शिकायत पर एसटीएफ की टीम ने युवक को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की। फिलहाल अभी एसटीएफ इस मामले पर जांच कर रही है।

इस तरह अमीनाबाद पुलिस के हत्थे चढ़ा था आरोपी

मॉल एवेन्यू निवासी युवक ने रेमडेसिवीर इंजेक्शन के लिए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट देखकर उस पर दिए नंबर से संपर्क किया जिसके बाद गुरुवार की रात उस नंबर पर संपर्क करने के बाद युवक को इंजेक्शन लेने के लिए अमीनाबाद के प्रकाश कुल्फी के पास बुलाया गया जहां आरोपी युवक आमिर अब्बास ने 3 हजार में 6 रेमडेसिवीर इंजेक्शन देने की बात कही, लेकिन जब इंजेक्शन पर स्पेलिंग गलत देखी तो पीड़ित ने उस इंजेक्शन की फोटो अपने डॉक्टर सुलभ ग्रोवर को भेजी। डॉक्टर ने बताया इंजेक्शन में गड़बड़ी है। तभी पीड़ित ने आरोपी से 11 और इंजेक्शन की मांग की। इस बीच जब आरोपी गाड़ी से इंजेक्शन निकालने गया। तभी पीड़ित ने पुलिस को बुला लिया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करते हुए उसके पास से नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन बरामद किए।

आरोपी की निशानदेही पर हुई छापेमारी

बताया जा रहा है आरोपी आमिर अब्बास की निशानदेही पर पुलिस टीम ने अमीनाबाद इलाके के एक घर में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने 10 हजार से अधिक रेमडेसिवीर इंजेक्शन बरामद किया है। साथ ही पुलिस ने उस मकान से कोविड इलाज में इस्तेमाल होने वाली नकली दवाइयों को बरामद किया। इंस्पेक्टर अमीनाबाद आलोक कुमार राय ने बताया है अभी सभी आरोपियों से इस मामले पर पूछताछ की जा रही है।

इस गिरोह के अन्य सदस्य जल्द होंगे गिरफ्तार

इस मामले पर एडीसीपी पश्चिमी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि रेमडेसिवीर इंजेक्शन के साथ 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया जिसमें अमीनाबाद पुलिस ने 4 आरोपी तो वहीं नाका पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

मानक नगर पुलिस ने भी पकड़े 4 आरोपी

इस मुहीम में मानक नगर पुलिस ने भी 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह आरोपी नकली रेमडेसिवीर इंजेक्शन 15000 रूपए में बेच रहे थे। मानकनगर पुलिस ने बताया है गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी मेडिकल फील्ड से जुड़े हैं। वहीं आरोपियों की पहचान विकास दुबे, कौशल मौर्या, अजीत मौर्या व राकेश तिवारी के रूप में कराई गई है। वहीं इन आरोपियों के पास से Mylan Laboratories Bangalore के द्वारा Gilead Sciences, Inc. के लाइसेंस के अन्तर्गत बने 91 नकली DESREM रेमडिसीवर इंजेक्शन और 4 मोबाइल फोन, एक स्कूटी व 5250 रूपए भी बरामद हुए हैं।

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